बदायूं : उसावां रोड पर मंडी समिति के पास सहस्त्रधाम गौरी शंकर देवालय की स्थापना 2001 में राम शरण रस्तोगी ने करायी थी। इस मंदिर में जो रसलिंग स्थापित है, वैसा देश में दूसरा रसलिंग नहीें है। ऐसा चमत्कारी रसलिंग की मूर्ति भारत में कहीं नहीं है। हरिद्वार में एक रसलिंग है भी तो उसकी गिनती दूसरे नंबर पर होती है। ऐसा रसलिंग काठमांडो (नेपाल) में है। स्वर्ण (सोना) और पारे से निर्मित शिवलिंग ही रसलिंग महाशिवलिंग मानी जाती है।
पशुपति नाथ मंदिर काठमांडो (नेपाल) के पैटर्न पर ही सहस्त्रधाम गौरी शंकर मंदिर में पूजा अर्चना की जाती है। आचार्य नारायण प्रसाद मुदगल बताते हैं कि रसलिंगेश्वर महादेव भक्तों की मनोकामना पूर्ण करने वाला, आरोग्य, धन धान्य प्रदायी कालों के काल भोले बाबा दर्शन होने पर भवरोग, शोक हट जाता है। रसलिंग के स्पर्श मात्र से असाघ्य रोग हटकर मनोबांछित फल प्राप्त होता है। महाभिषेक दस मार्च को प्रात: 4.57 बजे से महारुद्राभिषेक पंच्चामृत द्वारा किया जाएगा।
बदायूं : सहस्त्रधाम गौरी शंकर देवालय में स्थित शिवलिंग की पूजा का अपना महत्व है। कहते हैं कि सच्चे मन से पूजा करने से मन्नत अवश्य पूरी होती है।
हवाई यात्रा :बदायूं के बजाय आप करियर हवाई अड्डे पर नियमित आधार पर उड़ान प्राप्त कर सकते हैं।
रेल सुविधा :देश के अन्य प्रमुख शहरों से बदायूं तक नियमित ट्रेनें हैं रेलवे स्टेशन (एस): बदाऊं (बीईएम)
बस सुविधा : बदायूं में बस स्टैंड नहीं है निकटतम विकल्प बरेली है